वंदे मातरम् ने स्वतंत्रता संग्राम को दी नई दिशा, विधानसभा में विशेष चर्चा में बोले मंत्री नरेंद्र कश्यप
Vande Mataram gave a new direction to the freedom struggle, said Minister Narendra Kashyap in a special discussion in the Assembly.
IPN Live
Lucknow, 22 Dec, 2025 11:34 PMवंदे मातरम् केवल गीत नहीं, भारत माता के प्रति आस्था और संकल्प का उद्घोष है: मंत्री नरेंद्र कश्यप
संसद के बाद विधानसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा, प्रदेश के लिए गौरव का विषय: मंत्री नरेंद्र कश्यप
वंदे मातरम् भारत का गौरव, इसे राजनीति से न जोड़ें: मंत्री नरेंद्र कश्यप
लखनऊ, (आईपीएन)। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने विधानसभा में वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित विशेष चर्चा में सहभाग करते हुए कहा कि वंदे मातरम् केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत माता के प्रति हमारी आस्था, सम्मान और राष्ट्रीय संकल्प का उद्घोष है। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् वह मंत्र है, जिसने देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए जनमानस में चेतना जगाई और 1857 की क्रांति जैसी ऐतिहासिक घटनाओं के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी।
मंत्री कश्यप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्वतंत्र भारत में संसद में वंदे मातरम् जैसे महत्वपूर्ण राष्ट्रगीत पर चर्चा कराकर उन्होंने भारतीयों के मन में भारत माता और राष्ट्रगीत के प्रति विशेष स्थान स्थापित किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा है और संसद के बाद विधानसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा होना प्रदेश के लिए गौरव का विषय है।
मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि सदन में मुख्यमंत्री, दोनों उपमुख्यमंत्री एवं अन्य सदस्यों द्वारा वंदे मातरम् की रचना, उसकी प्रस्तावना और ऐतिहासिक महत्ता पर विस्तृत विचार रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् भारत माता का श्रृंगार और गौरव है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के विचारों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारत कोई मिट्टी का टुकड़ा नहीं, बल्कि एक जीवंत राष्ट्रपुरुष है, जिसकी नदियां हमारे लिए गंगा हैं और जिसके कण-कण में आस्था समाहित है। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद जन्मी नई पीढ़ी को वंदे मातरम् की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, उसकी भावना और उसके रचयिता के विचारों से परिचित कराना अत्यंत आवश्यक है। संसद और विधानसभा में इस विषय पर चर्चा होने से करोड़ों युवाओं को राष्ट्रप्रेम, जागृति और प्रेरणा मिलेगी, जो विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में सहायक होगी।
मंत्री कश्यप ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 51 के अंतर्गत राष्ट्र के गौरव और आदर्शों का सम्मान करना प्रत्येक भारतीय का कर्तव्य है। वंदे मातरम् जहां हमारी आस्था और भारत माता के सम्मान का प्रतीक है, वहीं यह संवैधानिक दृष्टि से भी राष्ट्र के प्रति दायित्व का बोध कराता है। उन्होंने दुर्भाग्य व्यक्त किया कि कुछ राजनीतिक दल वंदे मातरम् पर प्रश्न खड़े करते हैं और अपील की कि इसे किसी दल या राजनीति से जोड़कर न देखा जाए। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् किसी पार्टी का नहीं, बल्कि पूरे भारत का गौरव है। यह वोट या राजनीति का विषय नहीं, बल्कि देश की आत्मा है। उन्होंने सभी वर्गों, समुदायों और धर्मों से आह्वान किया कि वे वंदे मातरम् को अपने हृदय में स्थान दें, ताकि देश और प्रदेश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सके।

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