राजभवन में संपन्न हुआ 5100 कन्याओं का पूजन, राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल बोली: बेटियाँ, चरित्रशील और सुशिक्षित हों
Worship of 5100 girls concluded at Raj Bhavan, Governor Anandiben Patel said: Daughters should be of good character and well educated.

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Lucknow, 25 Sep, 2025 07:00 PMभारत ही एक ऐसा देश है जहां कन्याओं को दुर्गा के रुप में पूजा जाता है: क्षेत्र प्रचारक अनिल
माँ शब्द भारतीय मनीषियों की देन है: चंपत राय, महासचिव- श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, अयोध्या
लखनऊ, (आईपीएन)। उत्तर प्रदेश के राजभवन लखनऊ में प्रेरणा संस्थान द्वारा 5100 कन्याओं का पूजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दीबेन पटेल, विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक अनिल एवं श्री रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चपंत राय थे।
कार्य़क्रम में उपस्थित सभी आमंत्रितजनों को नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए क्षेत्र प्रचारक अनिल ने कहा कि, ये हमारा सौभाग्य है कि हम भारतवर्ष में रहते हैं। पूरी दुनिया में सिर्फ भारत ही ऐसा देश है जहां कन्याओं को दुर्गा के रुप में पूजा जाता है। सनातन परम्परा में देवी स्वरुपा कन्याओं का पूजन किया जाता है। उन्होंने बुन्देलखण्ड का उल्लेख करते हुए कहा कि, वहां 5 साल की कन्याओं का पूजन किया जाता है। पिता अपनी पुत्री के चरण स्पर्श करते हैं ये परम्परा सिर्फ सनातन में ही है। आज के समय में शासन द्वारा बेटी बचाओ कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है साथ ही आज का समाज भी जागरुक हो गया है। आज बेटियों के संरक्षण, उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ उन्हें आगे बढ़ाने की दिशा में निरन्तर कार्य किए जा रहे हैं। हमें बेटियों के उत्थान के लिए हर तरह के प्रयास करने चाहिए। इसके साथ ही उन्हें परिवार में, समाज में उनके दायित्व के बारे में भी बताना और समझाना होगा। अनिल ने कहा कि, बेटियों की ऊँची उड़ान के लिए घर, परिवार, समाज के साथ ही सरकार का सहयोग भी आवश्यक है। हम सभी को कन्याओं को दुर्गा के रुप में देखना चाहिए और उनका आदर करना चाहिए।
कार्य़क्रम में विशेष अतिथि के रुप में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र, अयोध्या के महासचिव चंपत राय ने कहा कि, कन्या पूजन का य़े दृश्य देखकर मेरे मन में कई तरह के विचार आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश का राजभवन अपने में अनोखा राजभवन है। 5100 कन्या पूजन का कार्य़क्रम किसी और राज्य के राजभवन में संभव नहीं है। सुरक्षा की चुनौतियों को पार करते हुए इस कार्य़क्रम का संचालन प्रशंसनीय है। उन्होंने आगे कहा कि, कैंसर का वैक्सीनेशन अभिनन्दनीय और प्रशंसनीय है। चंपत राय ने दीनदयाल उपाध्याय जी को उनकी जयन्ती पर याद करते हुए कहा कि, उपाध्याय ने समाज में एकात्मकता का संदेश दिया था। वो कहते थे कि, जैसे शरीर एक है- वैसे ही समाज भी एक होना चाहिए। उन्होंने कन्या पूजन को लेकर कहा कि, मां शब्द संसार को भारत ने ही दिया है। मां शब्द भारत के मनीषियों की देन है।
मुख्य अतिथि आनन्दी बेन पटेल ने भारत माता की जय और जय श्रीराम के उद्घोष के साथ अपना उद्बोधन शुरु किया। उन्होंने कहा कि, आज राजभवन में 5000 से ज्यादा कन्याओं ने आकर हमें गौरवशाली बना दिया है। एकल विद्यालय अभियान के माध्यम से सपेरों की बस्तियों से 40 बच्चियों को मिलाकर कुल 281 गांव की बच्चियों को इस कार्यक्रम में शामिल किया गया था। 281 गांवों से 5100 से ज्यादा बालिकाएं 100 बसों से लाई गई जिसमें एकल अभियान की प्रमुख भूमिका रही। ग्रामीण क्षेत्र की बालिकाओं को पहली बार राजभवन में बैठने का अवसर प्राप्त हुआ। आज कन्याएँ शिक्षा, संस्कार, स्वास्थ्य और सकारात्मक विचार के साथ आगे बढ़ रही हैं। हमारी बेटियाँ लगातार आगे बढ़े, उनके जीवन में समस्याएँ न आएँ इसके लिए निरन्तर प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि, मैं रोजाना कई स्थानों पर जाती हूँ। भारतभर में घूमती हूँ। कई लोगों से मिलती हूँ। कई बार मुझे ये देखकर दुख होता है कि, हमारी बेटियाँ कितना कुछ सहन कर रही हैं। बेटियों के उत्थान और समस्याओं के समाधान के लिए सबसे पहले माता-पिता को जागरुक होना होगा। बेटियाँ, चरित्रशील हों, शिक्षित हों, निरन्तर आगे बढ़ें उसके लिए उनकी जिम्मेदारियों का एहसास उन्हें कराना पड़ेगा। मैं अक्सर यूनिवर्सिटी, आँगनवाड़ी आदि जगहों पर जाती हूँ। वहाँ की व्यवस्थाओं को देखती हूँ। सरकारें तो समाज के लिए योजनाएँ लाती ही हैं लेकिन जनता का जागरुक होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि, आज भारत में जितनी भी महिलाओं को सरवाईकल कैंसर हुआ है उसमें यूपी की संख्या 50 प्रतिशत है, क्योंकि गरीब तबके का व्यक्ति वैक्सीनेशन नहीं करा सकता है इसलिए यूनिवर्सिटी और अधिकारी सहयोग कर रहे हैं। कन्या पूजन कार्यक्रम में शामिल होने वाली लगभग 100 बच्चियों का राजभवन में ही कल्याण सिंह कैंसर इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉक्टर एम. एल भट्ट के नेतृत्व में टीकाकरण किया गया। शेष बच्चियों का जिलाधिकारी के माध्यम से प्रेरणा परिवार टीकाकरण कराएगा। उन्होंने कहा कि, हमें बेटियों को पढ़ाना है और आगे बढ़ाना है। ताकि भविष्य का निर्माण किया जा सके। राज्यपाल ने कहा कि, अगर आपमें से कोई समाज के उत्थान के लिए उत्तम कार्य करना चाहता है तो अनुमति की आवश्यकता नहीं है। अपने उद्बोधन के अन्त में राज्यपाल महोदया ने कहा कि, हमें बच्चों को सीखाना चाहिए कि, भोजन के एक टुकड़े को 32 बार चबाना चाहिए। इसके अलावा भोजन करने का, बैठने का साथ ही भोजन मंत्र का अभ्यास भी कराना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के राजभवन में प्रेरणा संस्थान द्वारा आयोजित 5100 कन्याओं के कन्या पूजन कार्य़क्रम का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मार्गदर्शन में प्रेरणा परिवार विगत 3 वर्षों से लगातार यह कार्य कर रहा है। जिसमें 40 वर्ष से कम आयु के युवा उद्यमियों का समूह सक्रिय रहता है।
इस कार्यक्रम का आयोजन प्रेरणा संस्था के प्रेरणा परिवार से प्रेरणा के अध्यक्ष गुंजित कालरा, सचिव शिखा भार्गव, उपाध्यक्ष अक्षय खोसला, कोषाध्यक्ष शरद जैन, जतिन वर्मा, सह सचिव पियूष सिंह चौहान, विराज दास, यश वर्धन अग्रवाल, अभिनव भार्गव, शांतनु, गुंजन जैन, अंकित साहनी ने सामूहिक रुप से सपत्नीक किया।
प्रेरणा परिवार द्वारा उपलब्ध कराई गई हलवा पूड़ी चना प्रसाद के साथ ही पढ़ाई में उपयोगी सामग्री पेन पेंसिल की कीट, पेंसिल बॉक्स, दक्षिणा आदि सामग्री बच्चियों को स्वयं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल जी व चंपत राय, अनिल जी सहित अतिथियों व प्रेरणा के सदस्यों द्वारा वितरित किया गया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र प्रचारक अनिल, क्षेत्र संघचालक कृष्ण मोहन, अवध के प्रान्त प्रचारक कौशल, प्रान्त संघचालक सरदार स्वर्ण सिंह, श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के कोषाध्यक्ष डॉ. अनिल मिश्र, क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष चन्द्र, शकुन्तला विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संजय सिंह, कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के निदेशक एम.एल. भट्ट जी, केजीएमयू के डॉ. सुमित रुंगटा, आरएमएल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह, राज्य सूचना आयुक्त दिलीप अग्निहोत्री, विभाग प्रचारक अनिल समेत संघ विचार परिवार के महत्वपूर्ण लोग उपस्थित रहे।
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