लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने महाकुंभ में परिवार के साथ किया स्नान

Lucknow Mayor Sushma Kharkwal took bath with family in Mahakumbh

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Lucknow, 22 Feb, 2025 12:39 AM

महाकुम्भ नगर, 21 फरवरी 2025 (आईपीएन)। नगर निगम लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने आज अपने परिवार के साथ पवित्र संगम में स्नान किया। महाकुंभ में यह विशेष अवसर था, जब महापौर ने आस्था की डुबकी लगाकर धार्मिक कर्तव्यों का पालन किया और साथ ही राज्य की सुख-समृद्धि की कामना की। उनके साथ परिवार के सदस्य भी संगम में स्नान करने पहुंचे, जिन्होंने इस धार्मिक आयोजन का पूरा सम्मान किया।

महाकुंभ मेला भारत के प्रमुख धार्मिक आयोजनों में से एक है, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु पवित्र गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर स्नान करने आते हैं। महापौर श्रीमती खर्कवाल ने इस आयोजन को भारतीय संस्कृति और आस्था का अद्वितीय प्रतीक बताया। उन्होंने कहा, "महाकुंभ हमारी सांस्कृतिक धरोहर और आस्था का प्रतीक है। इस पवित्र स्नान के द्वारा हम अपने जीवन को शुद्ध करते हैं और समाज में एकता का संदेश भेजते हैं।"


लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने महाकुंभ में परिवार के साथ किया स्नान

महापौर ने इस अवसर पर परिवार के साथ स्नान किया और भगवान से प्रदेश की समृद्धि, शांति और विकास की कामना की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में स्नान करने से आत्मिक शांति मिलती है और यह जीवन के हर क्षेत्र में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।


लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने महाकुंभ में परिवार के साथ किया स्नान

महापौर खर्कवाल ने अपने शहरवासियों से अपील की कि वे महाकुंभ की महिमा को समझें और इस अवसर पर संगम के पवित्र जल में स्नान करके पुण्य अर्जित करें। उन्होंने यह भी बताया कि इस आयोजन में शामिल होकर उन्होंने अपनी आस्था और परंपराओं को एक नई दिशा दी है।


लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने महाकुंभ में परिवार के साथ किया स्नान

महापौर के इस कदम को उनके समर्थकों और स्थानीय नागरिकों ने बहुत सराहा। उनके द्वारा महाकुंभ में स्नान करने का यह कदम न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह समाज में एकता और सद्भाव का संदेश भी दे रहा था। महापौर के परिवार का इस आयोजन में हिस्सा लेना स्थानीय समुदाय के लिए एक प्रेरणा का स्रोत बना।

महाकुंभ के दौरान महापौर का यह कदम धार्मिक आस्था, सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक एकता का प्रतीक बना, जिससे आयोजन के महत्व को और भी बढ़ा दिया।

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