AKTU को नैक से मिला ए प्लस ग्रेड, विश्वविद्यालय ने किया था पुनर्मुल्यांकन के लिए अपील
AKTU receives A+ grade from NAAC; university appeals for re-evaluation
IPN Live
Lucknow, 27 Nov, 2025 03:17 PMलखनऊ, (आईपीएन)। डाॅ0 एपीजे अब्दुल कलााम प्राविधिक विश्वविद्यालय को पुनर्मुल्यांकन के बाद नैक ने ए प्लस ग्रेड दिया है। यह सफलता विश्वविद्यालय को नैक में पुनर्मुल्यांकन की अपील के बाद मिली है। पहले नैक की ओर से ए ग्रेड दिया गया था। लेकिन अब यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। विश्वविद्यालय ने पहली बार नैक के लिए आवेदन किया था। ए प्लस ग्रेड मिलने पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों अधिकारियों व कर्मचारियों ने कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय को बधाई देकर खुशी जाहिर की।
विश्वविद्यालय ने लंबी कवायद के बाद राष्ट्रीय मूल्यांकन प्रत्यायन परिषद (नैक) में ग्रेडिंग प्राप्त की है। 17 से 19 जून तक हाइब्रिड मोड में नैक की टीम ने विश्वविद्यालय में स्थलीय निरीक्षण किया था। जिसमे नैक दो सदस्य विश्वविद्यालय में मौजूद रहकर जबकि पांच सदस्यों ने ऑनलाइन रूप से जुड़कर विश्वविद्यालय का मूल्यांकन किया था।
नैक ग्रेडिंग के लिए विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय के कार्यभार ग्रहण करने के साथ कवायद शुरू कर दी थी। नैक के सातों क्राइटेरिया के लिए अलग-अलग टीम बनाई गई। लगातार बैठकर कर टीम के साथ कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे सभी क्राइटेरिया के हर बिंदु को बारीकी से समीक्षा करते रहे।
स्थलीय चीजों को सुधारने के साथ कई बैठकों और कार्यों के संयोजन के बाद सेल्फ एसेसमेंट रिपोर्ट (एसएसआर) नैक में सब्मिट की गई। जिसके बाद विश्वविद्यालय को बड़ी सफलता मिली।
कुलपति प्रो. जेपी पाण्डेय ने कहा कि राज्यपाल सह कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने भी बीच-बीच में नैक तैयारी को देखा और जरूरी सुझाव एवं मार्गदर्शन दिए, जिससे पहली बार में ही यह उपलब्धि हासिल हुई है। यह सामूहिक प्रयास और तैयारियों का नतीजा रहा कि हमें यह ग्रेड मिला है।
सात मानदंडों पर नैक करती है परख
-शिक्षण-अधिगम एवं मूल्यांकन
-अनुसंधान, परामर्श और विस्तार
-शासन, नेतृत्व और प्रबंधन
-पाठ्यचर्या संबंधी पहलू
-छात्र सहायता और प्रगति
-बुनियादी ढांचा और शिक्षण संसाधन
-नवाचार और सर्वोत्तम अभ्यास
ए ग्रेड मिलने से यह होगा फायदा
विश्वविद्यालय को नैक की ए प्लस ग्रेडिंग मिलने से कई फायदे होंगे। एक तरफ गुणवत्ता के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बन गई है। वहीं विश्वविद्यालय ऑनलाइन कोर्स भी शुरू कर सकता है। इसके अलावा, राष्ट्रीय योजनाओं का भी लाभ मिलेगा। मसलन, यूजीसी और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटी) से प्रोजेक्ट शुरू करने, संसाधन बढ़ाने और शोध के क्षेत्र में ग्रांट मिलने लगेगा।

No Previous Comments found.