लखनऊ, (आईपीएन)। डाॅ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय में शनिवार को सिल्वर जुबली वर्ष एवं 25वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। कार्यक्रम में सिल्वर जुबली लोगो काॅम्प्टीशन के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा विश्वविद्यालय के गोद लिये गये पांच आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकत्रियों को प्रशस्ति पत्र दिया गया। साथ ही गोद लिये गये स्कूलों और आईईटी में छात्रों की ओर से संचालित परमार्थ के 25-25 बच्चों को किट दिया गया। साथ ही इंट्रा यूनिवर्सिटी स्पोट्र्स टूर्नामेंट के विजेताओं और प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिये गये।
इस मौके पर कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय ने विश्वविद्यालय की 25 वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डाला। कहा कि अपने आप में विशिष्ट संरचना वाला यह विश्वविद्यालय अपने शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों के अथक प्रयासों से आज इस मुकाम पर है। उन्होंने विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने में योगदान के लिए पूर्व के सभी कुलपतियों और अधिकारियों को भी याद किया। कहा कि इस विश्वविद्यालय से मेरा जुड़ाव शुरू से रहा है। यह एक भावनात्मक करने वाला दिन है। कहा कि विश्वविद्यालय के इस 25वें साल में नैक ने पहली बार मूल्यांकन किया और ए ग्रेड मिला। यह बड़ी उपलब्धि है। इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तर भारत में परीक्षा प्रणाली को डिजिटलाइजेशन करने और डिजीलाॅकर को शुरू करने वाला पहला विश्वविद्यालय है। विश्वविद्यालय ब्लाॅकचेन प्रणाली को अपना रहा है। कई मामलों में यह विश्वविद्यालय अन्य संस्थानों के लिए रोल माॅडल है।
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कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए विधायक बीकेटी विधानसभा योगेश शुक्ला ने कहा कि यह विश्वविद्यालय न केवल शैक्षणिक रूप से छात्रों को सबल कर रहा है बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी अपना योगदान दे रहा है। कहा कि 25 सालों की यात्रा के दौरान विश्वविद्यालय ने कई उतार-चढ़ाव देखे होंगे। लेकिन वर्तमान में यह संस्थान नई उंचाइयों को छू रहा है। यहां न केवल युवाओं को दिशा दी जा रही है बल्कि गांव के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बुलाकर कार्यक्रम का हिस्सा बनाने से उनके मन में भी आगे बढ़ने की ललक जगायी जा रही है। कहा कि यह विश्वविद्यालय तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में अपना अलग स्थान बना चुका है।
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कार्यक्रम में कार्यवाहक कुलसचिव केशव सिंह ने विश्वविद्यालय के 25 सालों की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। इसके अलावा निदेशक आईईटी प्रो0 विनीत कंसल, निदेशक कैश प्रो0 वीरेंद्र पाठक एवं डीन एफओएपी प्रो0 वंदना सहगल ने भी 25 सालों की यात्रा पर प्रकाश डाला। इस दौरान विश्वविद्यालय के 25 वर्षों पर आधारित डाॅक्यूमेंट्री फिल्म भी चलायी गयी। इसके पहले कार्यक्रम की शुरूआत 25 पौधों के रोपण से हुई। इसके बाद जल संरक्षण का संदेश देने के लिए जल भरो के तहत कलश को जल से भरा गया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो0 ओपी सिंह ने धन्यवाद दिया तो संचालन डाॅ0 अनुज कुमार शर्मा ने किया। इस मौके पर स्थापना काल के कर्मचारियों का कुलपति प्रो0 जेपी पाण्डेय ने सम्मान भी किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे।
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